शनिवार, 8 जनवरी 2011

जेल में बंद रूपम पाठक को है इलाज की सख्त जरूरत

पूर्णिया । सदर विधायक राजकिशोर केसरी के हत्या के आरोप में पूर्णिया जेल में बंद रूपम पाठक को इलाज की सख्त जरूरत है। हत्या बाद विधायक आवास पर हुई रूपम की निर्मम पिटाई के क्रम में उसके अंदरूनी अंगों में काफी गंभीर चोटें आई हैं। स्थिति तो इतनी गंभीर है कि रूपम ठीक ढंग से चल भी नहीं पा रही है।

मालूम हो कि चार जनवरी को विधायक की हत्या बाद वहां मौजूद लोगों द्वारा उसकी निर्मम पिटाई कर दी गयी थी। जिसके बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए इलाज के लिए कटिहार मेडिकल कालेज में भर्ती करवाया गया था। जहां से इलाज के बाद उसे सीजेएम के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में पूर्णिया केन्द्रीय कारा भेज दिया गया। वहीं जेल सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार मारपीट के क्रम में उसके पेट, छाती सहित अंदरूनी अंगों में काफी चोटें आई हैं। इतना ही नहीं उसके आगे के बाल भी उखाड़ लिए गये हैं तथा चेहरे पर भी कई चोट के निशान हैं। वहीं पैर में जगह जगह जख्म अब भी बने हुए हैं। वहीं रीढ़ की हड्डी में आई चोट के कारण वह ठीक ढंग से सो भी नहीं पा रही है। साथ ही अंदरूनी अंगों में आई चोट के कारण काला ब्लीडिंग होने से उसकी स्थिति गंभीर बतायी जा रही है। रूपम की गंभीर स्थिति की पुष्टि करते हुए भाकपा माले नेत्री माधवी सरकार सहित शुक्रवार को जेल में रूपम से मिलने पहुंची टीम के सभी सदस्यों ने कहा कि अगर जल्द ही उसकी गहन इलाज नहीं हुई तो उसकी मौत भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि वे इस मांग को लेकर डीएम को एक पत्र भी लिखेंगी ताकि इस दिशा में तुरंत पहल हो सके। उधर सिविल सर्जन डा. रामचरित्र मंडल ने कहा कि जेल में बंद रूपम की स्थिति बिल्कुल ठीक है तथा उनका रूटीन चेकअप किया जा रहा है।

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