शुक्रवार, 6 जनवरी 2017

दिग्गज अभिनेता ओमपुरी का निधन, शाम 6 बजे होगा अंतिम संस्कार

दिग्गज अभिनेता ओमपुरी का निधन, शाम 6 बजे होगा अंतिम संस्कार

नई दिल्ली: दिग्गज अभिनेता ओम पुरी नहीं रहे. शुक्रवार सुबह अपने घर में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. वह 66 साल के थे. उनके परिवार से जुड़े सूत्रों ने कहा, ‘आज सुबह दिल का तेज दौरा पड़ने से उनका उपनगरीय अंधेरी स्थित अपने घर पर निधन हो गया. यह बहुत बड़ा सदमा है.’

अभिनेत्री शबाना आज़मी ने ट्वीट करके बताया है कि ओम पुरी के पार्थिव शरीर को मुंबई के कूपर हॉस्पिटल पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया है. इसके बाद तीन बजे उनके शरीर को उनके घर ‘त्रिशूल’ पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. इसके बाद आज शाम 6 बजे मुंबई के ओशिवारा में ओम पुरी का अंतिम संस्कार किया जाएगा. 

बॉलीवुड से हॉलीवुड तक, फीचर फिल्मों से लेकर गंभीर कलात्मक फिल्मों में कई बेहतरीन किरदार निभाने वाले मशहूर अभिनेता अपनी बहुमुखी अदाकारी के लिए पहचाने जाते थे. अभिनेता ने भारत, पाकिस्तान, ब्रिटेन और हॉलीवुड की अनेक फिल्मों में काम किया. ओमपुरी को 1990 में देश के चौथे सबसे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया गया था.

ओम पुरी ने कई व्यावसायिक फिल्मों में भी काम किया. वह हाल तक फिल्मों में सक्रिय रहे. ओम पुरी हिन्दी सिने जगत के साथ-साथ कई हॉलीवुड फिल्मों का भी हिस्सा रहे. उनकी गिनती समानांतर सिनेमा के प्रमुख कलाकारों में की जाती है.  कई फिल्मी पुरस्कार हासिल कर चुके ओमपुरी को ‘आरोहण’ और ‘अर्ध सत्य’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है. उन्होंने ‘ईस्ट इज ईस्ट’ और ‘सिटी ऑफ जॉय’ जैसी अंग्रेजी फिल्में भी कीं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमपुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया है और साथ ही थिएटर एवं फिल्मों में उनके लंबे योगदान को याद किया. अक्षय कुमार, करन जौहर, अनुपम खेर, जावेद अख्तर और महेश भट्ट सहित कई बॉलीवुड हस्तियों ने ओमपुरी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे भारतीय सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति बताया.

हरियाणा के अंबाला में एक पंजाबी परिवार में जन्मे पुरी, पुणे के भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान से स्नातक थे. वर्ष 1973 में वह राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के छात्र भी रहे जहां अभिनेता नसीरूद्दीन शाह उनके सह-छात्र थे. ओमपुरी ने वर्ष 1976 में मराठी फिल्म ‘घासीराम कोतवाल’ के साथ फिल्म जगत में अपना पहला कदम रखा.

‘अर्ध सत्य’, ‘मिर्च मसाला’, ‘धारावी’, आक्रोश’, ‘माचिस’, ‘गुप्त’, ‘धूप’, ‘युवा’, ‘डॉन’ ‘अग्निपथ’, ‘बजरंगी भाईजान’ उनकी मशहूर फिल्मों में शुमार हैं.

‘माई सन द फैनेटिक’, ‘ईस्ट इज ईस्ट’, ‘द पैरोल ऑफिसर’ जैसी ब्रिटिश फिल्मों ने उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता दिलाई. ‘सिटी ऑफ जॉय’, ‘वुल्फ’, ‘द घोस्ट एंड द डार्कनेस’ जैसी हॉलीवुड फिल्मों में भी उन्होंने अपने अभिनय का जौहर दिखाया. 

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