बुधवार, 29 सितंबर 2010

चुनाव में पकड़ी जाएगी बाइक भी

चुनाव में मोटरसाइकिल वालों की भी खैर नहीं। चुनावी काम के लिए अब मोटरसाइकिल पर भी सरकार की नजर है। इनका भी अधिग्रहण किया जाएगा। परिवहन विभाग ने विधिवत इसके लिए मुआवजे की दर का भी निर्धारण कर दिया है। दैनिक 100 रुपये। यह राशि ईधन के अतिरिक्त मिलेगी। साथ ही चुनाव के लिए अधिगृहित ट्रक और मिनी ट्रक के मुआवजे के दर में भी वृद्धि कर दी गयी है। जुलाई महीने में ही परिवहन विभाग ने आदेश जारी कर चुनाव की खातिर पकड़े जाने वाले वाहनों के लिए मुआवजे की दर का निर्धारण किया था। 27 सितम्बर को इस दर में थोड़ा संशोधन कर दिया गया है। अब ट्रक के लिए 850 रुपये के बदले दैनिक 1000 रुपये और मिनी ट्रक के लिए 380 रुपये के बदले 600 रुपये की दर से मुआवजे की राशि अदा की जायेगी। जुलाई की सूची में डम्पर मिनी डोर/एस मैजिक/फोर्स (7 बैठान क्षमता वाले तिपहिया वाहन) और मोटरसाइकिल नहीं थे। अब इन्हें भी शामिल कर दिया गया है। डम्पर के लिए दैनिक 830 रुपये तथा मिनी डोर/एस मैजिक/फोर्स (7 बैठान क्षमता वाले तिपहिया वाहन) के लिए दैनिक 250 रुपये की दर से मुआवजा राशि अदा की जायेगी। ईधन की राशि अलग से दी जायेगी।

मंगलवार, 28 सितंबर 2010

जदयू प्रत्याशियों को सिंबल बंटने शुरू

जनता दल(यू) ने अपने प्रत्याशियों की सूची अभी जारी नहीं की है, लेकिन उम्मीदवारों को सिंबल बांटना शुरू कर दिया है। मंगलवार को दिन भर मुख्यमंत्री निवास पर पहले दो चरणों के लिए चयनित उम्मीदवारों को सिंबल देने का सिलसिला जारी रहा। प्रत्याशियों की सूची जारी होने की प्रतिक्षा में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं की बड़ी भीड़ शाम में जदयू कार्यालय में जमा हो गयी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पहले दो चरणों के लिए जिनके नामों का चयन किया गया है, उनमें छह मंत्री- रेणु कुशवाहा, नरेंद्र नारायण यादव, विजेंद्र यादव, हरि प्रसाद साह, रामनाथ ठाकुर और वृषिण पटेल शामिल हैं। दो सिटिंग विधायकों को टिकट नहीं दिया गया है। ये सकरा से विलट पासवान और मधेपुरा से मनिंद्र कुमार मंडल है। महिलाओं में रून्नीसैदपुर से गुड्डी देवी, रूपौली से बीमा भारती और धमदाहा से लेसी सिंह चुनाव लड़ेंगी। परिसीमन के कारण बेनीपट्टी के सिटिंग विधायक शालिग्राम यादव की सीट बदलकर हरलाखी कर दी गयी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी सरायरंजन से चुनाव लड़ेंगे। जिन उम्मीदवारों के नाम तय हो चुके हैं उनमें झंझारपुर से नीतीश मिश्र, फुलपरास से सपा से जदयू में आये देवनाथ यादव की पत्‍‌नी, लौकहा से हरि प्रसाद साह, निर्मली से अनिरूद्ध यादव, सुपौल से विजेंद्र यादव, छातापुर से नीरज बब्लू, जोकीहाट से मो. तस्लीमुद्दीन के पुत्र मो. सरफराज, मधेपुरा से डॉ. रमेंद्र कुमार रवि, ठाकुरगंज से गोपाल अग्रवाल, किशनगंज से तस्लीमुद्दीन, रूपौली से बीमा भारती, धमदाहा से लेसी सिंह, आलमनगर से नरेंद्र नारायण यादव, बिहारीगंज से रेणु कुमारी, बिस्फी से हरिभूषण ठाकुर बचौल, समस्तीपुर से रामनाथ ठाकुर, विभूतिपुर से राम बालक सिंह, उज्जियारपुर से राम लखन महतो, कल्याणपुर से रामसेवक हजारी, नोखा से बैद्यनाथ सहनी, सकरा से सुरेश चंचल, दरभंगा ग्रामीण से अशरफ हुसैन, बहादुरपुर से मदन सहनी, हायाघाट से नरेंद्र सिंह, मीणापुर से दिनेश कुशवाहा, रून्नी सैदपुर से गुड्डी चौधरी, हसनपुर से राजकुमार यादव, साहेबगंज से राजू सिंह, वैशाली से वृषिण पटेल, लालगंज से मुन्ना शुक्ला की पत्‍‌नी अन्नु शुक्ला, कुढ़नी से मनोज कुशवाहा, सूरसंड से शाहिद अली खां, सरायरंजन से विजय कुमार चौधरी, विभूतिपुर से रामबालक सिंह, कल्याणपुर से रामसेवक हजारी, वारिसनगर से अशोक कुमार मुन्ना, मौरवा से बैद्यनाथ सहनी, कांटी से अजीत कुमार, बरूराज से नंद कुमार राय, घोड़ाबोराम से डा.इजहार अहमद, अलीनगर से प्रभाकर चौधरी, ढाका से फैसल रहमान, मधुबन से शिवजी राय एवं शिवहर से मो.शरफुद्दीन शामिल हैं। इनमें से अधिकांश को मंगलवार को सिंबल दे दिया गया है।

जदयू प्रत्याशियों के 26 सीटों के लिए नाम तय

जनता दल के उम्मीदवारों के चयन को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच सोमवार को तीसरे राउंड की लंबी बातचीत हुई। पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रथम चरण की अपनी 26 सीटों के लिए जदयू ने प्रत्याशियों के नाम लगभग तय कर लिये हैं।

झंझारपुर से नीतीश मिश्र के नाम पर सहमति बनी है जबकि फुलपरास से देवनाथ यादव की पत्‍‌नी का नाम है। समाजवादी पार्टी से जदयू में आये देवनाथ यादव पर आपराधिक मुकदमा रहने के कारण उनके बदले उनकी पत्‍‌नी को प्रत्याशी बनाया जा रहा है। लौकहा से मंत्री हरि साह, किशनपुर से अनिरूद्ध यादव, सुपौल से मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, छातापुर से नीरज बब्लू, जोकीहाट से तस्लीमुद्दीन के पुत्र मो. सरफराज या मंजर आलम में से कोई, मधेपुरा से मनिंद्र मंडल, ठाकुरगंज से गोपाल अग्रवाल, किशनगंज से मो.तस्लीमुद्दीन, रूपौली से बीमा भारती, धमदाहा से लेसी सिंह, आलम नगर से मंत्री नरेंद्र नारायण यादव,बिस्फी से हरिभूषण ठाकुर बचौल और बिहारीगंज से मंत्री रेणु कुशवाहा का नाम तय हुआ है। सूत्रों ने बताया कि सूची जारी होने से पूर्व दोनों शीर्ष नेताओं की एकबार फिर बैठक हो सकती है और इनमें से कुछ के नाम पर पुनर्विचार भी हो सकता है। वैसे प्रथम चरण की सभी 26 सीटों की पूरी सूची मंगलवार को जारी होगी।

सोमवार दोपहर शरद यादव ने मुख्यमंत्री श्री कुमार के साथ देर तक बैठक की जिसमें इन नामों पर सहमति बनी है। शनिवार रात्रि पटना पहुंचे शरद यादव अब तक मुख्यमंत्री के साथ तीन राउंड की बैठक कर चुके हैं। दोनों नेताओं ने एक-एक सीट पर बारीकी से विमर्श किया है। मंगलवार को प्रथम चरण में होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।

कांग्रेस ने जारी की 77 प्रत्याशियों की सूची

देर रात सोमवार को कांग्रेस ने प्रथम चरण के 77 विधानसभा प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इनमें 22 मुसलमान और 14 महिलाएं हैं। सूची जारी होने से पहले तरह- तरह के कयास लगाये जा रहे थे और यह भी प्रचारित हुआ कि कुछ अपरिहार्य कारणों से सूची रोक ली गयी है।

प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक सिमरी बख्तियारपुर से चौधरी महबूब अली कैसर, कुशेश्वर स्थान से डा. अशोक राम, साहेबगंज से महाचन्द्र प्रसाद सिंह, आलमनगर से लवली आनंद, लौरिया से विश्वमोहन शर्मा और मोरवा से नागमणि कांग्रेस प्रत्याशी बनाये गये हैं। बाकी प्रत्याशियों के नाम इस तरह हैं। बाल्मीकि नगर से इरशाद हुसेन, सीतामढ़ी से रूपम यादव, बथनाहा से संजय राम, बेतिया से मदन मोहन तिवारी, रामनगर से नरेश राम, रक्सौल से रामबाबू यादव, चनपटिया से त्रिभुवन प्रसाद शर्मा, नौतन से जनमैत्री ममता, सुरसंड से बिमल शुक्ला, रीगा से अमित कुमार टुन्ना, गाजापट्टी से गजाधर ठाकुर, परिहार से परवेज आलम, हरलाखी से मोहम्मद शबीर, रानीगंज से हरिप्रसाद बैसंत्री, केसरिया से सुमित्रा देवी यादव, झंझारपुर से हरखू झा, कोचाधाम से एस. सानंद, खजौली से दीपक सिंह, जौकीहाट से ए. आलम, बोचहा से बेबी कुमारी, हथुआ से बाबू दीन खा, बाबूबरही से राजकुमार महासेठ, बहादुरगंज से टी. आलम, बरुराज से बी. महतो, राजापाकड़ से वीरचंद पासवान, लौकाहा से देवनारायण मंडल, बेनीपट्टी से भावना झा, राजनगर से राम इकबाल पासवान, अलीनगर से मदन मोहन झा, गौरा बौराम नागेश्वर पजियार, सहरसा से नीरज गुप्ता, दरभंगा नगर से कमरुल हसन, दरभंगा ग्रामीण से अब्दुल हादी सिद्दिकी, बेनीपुर से गजेन्द्र झा, बहादुर पुर से मुरारी मोहन झा, केवटी से मो. मोहसिन, मीनापुर से सकलदेव साहनी, समस्तीपुर से तरुण कुमार, पापेपुर से बबिता कुमारी, कल्याणपुर से अनिता राम, मोइद्दीनगर से सिद्धार्थ क्षत्रिय, सकरा से उमेश राम, कुरहनी से विनोद चौधरी, कांटी राइन इकबाल, बरौली से आशीष, भोरे से अनिल कुमार राम, रोसड़ा से सरिता देवी पासवान, गड़खा से रघुनंदन मांझी, अमनौर से विधान चन्द्र राय, बड़हरिया से एस.एस. सरनेहक, सोनबरसा से तारिणी ऋषिदेव, निर्मली से विजय गुप्ता, फारबिसगंज से प्रकाश चौधरी, हायाघाट से अरविन्द चौधरी, बिस्फी से अहमद हसन दुलारे, कटिहार से बिनोद यादव, बरारी से संयुक्ता सिंह, कोढ़ा से सुनीता देवी, बहादुरगंज से तौशीफ आलम, त्रिवेणीगंज से सुरेन्द्र सरदार, रुन्नीसैदपुर से मोनी गुप्ता, बेलसंड से ताहिर अनीश खान, सिकटी से सगुफ्ता अजीम, बनमनखी से शालिग्राम ऋषिदेव, प्राणपुर से अब्दुल जलील, कदवा से दिनेश इंसान, सिंहेश्वर से गणेश पासवान और किशनगंज से मो. जावेद आदि हैं।

पांच जिलों के डीएम, तीन पुलिस अधीक्षक सहित कई अधिकारी बदले

चुनाव आयोग के निर्देश पर पांच जिलों के डीएम, तीन पुलिस अधीक्षक सहित कई अधिकारी बदल दिये गये। बेतिया, मुंगेर, वैशाली, छपरा और लखीसराय में नये डीएम तथा मधुबनी, किशनगंज और नवगछिया में नये एसपी भेजे गये हैं। मगध आयुक्त, तिरहुत आईजी और बेतिया डीआईजी के पद पर नये अधिकारी भेजे गये हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त के बिहार आगमन पर राजनीतिक दलों ने अफसरों की तैनाती को लेकर शिकायत की थी। समझा जाता है कि उसी आलोक में अफसरों का फेरबदल किया गया है। सूत्रों के अनुसार आयोग द्वारा नये अफसरों के लिए सीधा नाम भेजे जाने को लेकर सरकार और आयोग के बीच हल्की खींच-तान भी रही। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार सचिव कला एवं संस्कृति विवेक कुमार सिंह को मगध प्रमंडल का आयुक्त बनाया गया है। कृषि निदेशक बी राजेन्द्र को बेतिया, निदेशक मध्याह्न भोजन (मानव संसाधन विभाग) प्रेम सिंह मीणा को मुंगेर, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह नगर आयुक्त पटना नगर निगम श्रीधर चिरीबोलू को वैशाली, अध्यक्ष बिहार राज्य पुल निर्माण निगम कुलदीप नारायण को छपरा और संयुक्त सचिव परिवहन विभाग दिवेश सेहरा को लखीसराय का जिलाधिकारी बनाया गया है। मगध आयुक्त केपी रामय्या, बेतिया डीएम देवराज देव, मुंगेर डीएम अभिजित सिन्हा, हाजीपुर डीएम मिन्हाज आलम, छपरा डीएम पंकज कुमार पाल और लखीसराय डीएम मनीष कुमार को सामान्य प्रशासन विभाग में योगदान करने का निर्देश दिया गया है। इसमें बेतिया डीएम देवराज देव तामिलनाडु, मुंगेर डीएम अभिजित सिन्हा नागालैण्ड और हाजीपुर डीएम मिन्हाज आलम केरल कैडर के अधिकारी हैं। गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार तिरहुत प्रक्षेत्र के आईजी गुप्तेश्वर पांडेय को पुलिस मुख्यालय बुला लिया गया है। श्री पांडेय की जगह आईजी (आर्थिक अपराध कोषांग) प्रवीण वशिष्ठ को तिरहुत प्रक्षेत्र के आईजी के रूप में पदस्थापित किया गया है। पुलिस उप महानिरीक्षक, चंपारण क्षेत्र (बेतिया) उमेश कुमार को भी पुलिस मुख्यालय में योगदान करने का निर्देश दिया गया है। श्री कुमार की जगह डीआईजी विशेष शाखा अनुपमा एस निलेकर को चंपारण क्षेत्र का डीआईजी बनाया गया है। एसपी (विशेष शाखा) अजिताभ कुमार को मधुबनी का नया एसपी बनाया गया है। चौरसिया चंद्रशेखर आजाद को किशनगंज से हटाकर पुलिस मुख्यालय बुला लिया गया है। श्री चौरसिया की जगह पटना के रेल एसपी, पंकज कुमार राज को किशनगंज का एसपी बनाया गया है। परिवहन विभाग में पुलिस अधीक्षक, उड़नदस्ता के रूप में पदस्थापित विवेक कुमार को नवगछिया का नया एसपी बनाया गया है। बिहार पुलिस सेवा के अधिकारी मिट्ठु प्रसाद फिलहाल नवगछिया में एसपी के रूप में तैनात थे। उन्हें पुलिस मुख्यालय में योगदान करने का निर्देश दिया गया है। इसी तरह बिहार पुलिस सेवा के अधिकारी सौरभ कुमार जो मधुबनी में एसपी के तौर पर पदस्थापित थे को पुलिस मुख्यालय में योगदान करने को कहा गया है।

प्रथम चरण के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी

प्रथम चरण में बिहार विधानसभा की 47 सीटों पर चुनाव के लिए सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी गयी। इसके साथ ही नामांकन का काम भी प्रारंभ हो गया। राज्य निर्वाचन कार्यालय पहुंची सूचना के अनुसार पहले दिन मात्र पांच लोगों के नामांकन पत्र दाखिल किये जाने की सूचना है। खजौली से एक, सुपौल से एक, लौकहा से दो और छातापुर से एक व्यक्ति ने नामांकन पत्र दाखिल किया।

इधर राज्य के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी कुमार अंशुमाली ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अब सिर्फ सिमरी बख्तियारपुर में अपराह्न तीन बजे तक मतदान होगा। पहले सिमरी बख्तियारपुर के साथ-साथ महिषी में भी तीन बजे तक मतदान का आदेश जारी किया गया था। नामांकन का काम आज से प्रारंभ हो गया है। 4 अक्टूबर नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। 5 को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 7 को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है। 21 अक्टूबर को वोट डाले जायेंगे। मतदान का समय सुबह सात बजे से सायं सात बजे तक निर्धारित है। प्रथम चरण में एकमात्र मनिहारी अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है। राजनगर, त्रिवेणीगंज, रानीगंज, बनमनखी, कोढ़ा, सिंहेश्वर और सोनबरसा यानी सात सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।

प्रथम चरण के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी

प्रथम चरण में बिहार विधानसभा की 47 सीटों पर चुनाव के लिए सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी गयी। इसके साथ ही नामांकन का काम भी प्रारंभ हो गया। राज्य निर्वाचन कार्यालय पहुंची सूचना के अनुसार पहले दिन मात्र पांच लोगों के नामांकन पत्र दाखिल किये जाने की सूचना है। खजौली से एक, सुपौल से एक, लौकहा से दो और छातापुर से एक व्यक्ति ने नामांकन पत्र दाखिल किया।

इधर राज्य के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी कुमार अंशुमाली ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अब सिर्फ सिमरी बख्तियारपुर में अपराह्न तीन बजे तक मतदान होगा। पहले सिमरी बख्तियारपुर के साथ-साथ महिषी में भी तीन बजे तक मतदान का आदेश जारी किया गया था। नामांकन का काम आज से प्रारंभ हो गया है। 4 अक्टूबर नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है। 5 को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 7 को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है। 21 अक्टूबर को वोट डाले जायेंगे। मतदान का समय सुबह सात बजे से सायं सात बजे तक निर्धारित है। प्रथम चरण में एकमात्र मनिहारी अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है। राजनगर, त्रिवेणीगंज, रानीगंज, बनमनखी, कोढ़ा, सिंहेश्वर और सोनबरसा यानी सात सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।

रविवार, 26 सितंबर 2010

55 किलोमीटर की यात्रा चार घंटे में

सोनपुर रेलमंडल के हाजीपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड पर महज 55 किलोमीटर की दूरी तय करने में यात्री गाड़ियों को लगता है चार घंटे का समय। इस हालात को लेकर यात्री परेशान है लेकिन रेल अधिकारी ने इस बात को लेकर कुछ खास चिंतित नहीं दिखते है।

मालूम हो कि हाजीपुर-मुजफ्फरपुर की दूरी मात्र 55 किलोमीटर है। इतनी ही दूरी तय करने में यात्री सवारी गाड़ी को चार घंटे का समय लगता है। यात्री एक घंटे में पौने चौदह किलोमीटर की यात्रा कर पाता है। यदि आपको पटना से कोई एक्सप्रेस ट्रेन पकड़नी हो तो मुजफ्फरपुर जंक्शन से पैसेंजर ट्रेन न पकड़े। यही कारण है कि अधिकांश यात्री सड़क यात्रा ज्यादा पसंद करते है। सबसे बुरा हाल तो गाड़ी संख्या 520, एवं 521 का है। 520 हाजीपुर आने के बाद थावे के लिए रवाना होती है जबकि 521 इंटर सीटी ट्रेन के नाम से जानी जाती है। दोनों ट्रेनों को हमेशा गोरौल, भगवानपुर एवं सराय स्टेशनों पर घंटों-घंटों रोका जाता है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि जब तक उक्त रेलखंड का दोहरीकरण नहीं होता है तब तक पैसेंजर ट्रेने क्या एक्सप्रेस ट्रेनें भी विलंब से चलेगी। उक्त खंड पर द्रुतगामी ट्रेनों का अत्यधिक दबाव होने के कारण पैसेंजर गाड़ियां और अधिक विलंब से चलती है। इतना ही नहीं शाम ढ़लते ही भगवानपुर एवं सराय स्टेशन अंधकार में तब्दील हो जाता है। मालूम हो कि उक्त दोनों स्टेशन आय में अव्वल है परंतु सुविधाओं की कमी यात्रियों को रूला देती है। बड़े-बड़े जेनरेटर शाम होते चलने लगते है परंतु प्रकाश व्यवस्था के नाम पर व्यवस्था शून्य। पूरा प्लेटफार्म अंधेरा में डूबा रहता है। जिससे यात्रियों को ट्रेनों पर चढ़ने उतरने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा इन समस्याओं के निदान हेतु उच्चाधिकारियों तक गुहार लगायी गयी पर नतीजा कुछ नहीं निकला। मजे की बात है कि सराय स्टेशन पर तो रैक प्वाइंट है परंतु प्रकाश व्यवस्था, पानी, शौचालय सहित विभिन्न सुविधाओं का घोर अभाव है। यहां तक कि माल ढ़कने के लिए न तिरपाल है और न ही शेड है। फलत: वर्षा होने पर माल ढकने की व्यवस्था व्यापारियों को करनी पड़ती है।

चुनाव में त्रिकोणीय संघर्ष की उम्मीद

बिहार विधानसभा चुनाव से संबंधित महीने भर चलने वाला अभियान सोमवार से शुरू होगा, जिसमें नीतीश कुमार के नेतृत्व में सत्तारूढ़ जद यू-भाजपा गठबंधन, राजद-लोजपा गठबंधन और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय संघर्ष की उम्मीद की जा रही है।

इस वर्ष यह पहला विधान सभा चुनाव है और चुनाव आयोग कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता है। क्योंकि राज्य के कई जिले नक्सल प्रभावित हैं। राज्य के राज्यपाल देवआनंद कुंवर ने शनिवार को विधानसभा चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना जारी की। राज्य में 243 सदस्यीय विधानसभा में 5.50 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इस विधानसभा का कार्यकाल 27 नवंबर को समाप्त हो रहा है। राज्य में 243 सीटों के लिए छह चरणों में चुनाव होंगे और यह 21, 24 और 28 अक्टूबर के साथ एक, नौ और 20 नवंबर को होंगे। बिहार के 33 जिलों में 47 सीटें माओवाद प्रभावित हैं।

चुनाव आयोग ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय अ‌र्द्धसैनिक तैनात करने का निर्णय किया है। राज्य में 38 जिले हैं। राज्य में 24 नवंबर को मतगणना होगी। बिहार विधानसभा चुनाव के साथ राज्य में बांका लोकसभा सीट पर भी एक नवंबर को उपचुनाव हो रहे हैं, जो वर्तमान सांसद दिग्विजय सिंह के निधन के कारण रिक्त है। राज्य में चुनाव के त्रिकोणीय होने की संभावना है, जहां सत्ताधारी जद यू और भाजपा का गठबंधन जारी है, जबकि इस गठबंधन को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए राजद के लालू प्रसाद ने लोजपा के रामविलास पासवान से हाथ मिलाया है। कांग्रेस ने राज्य में अकेले दम पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जबकि पूर्व में वह राजद की कनिष्ठ सहयोगी की भूमिका में रहती थी। अंतिम क्षणों में रूकावटों को दूर करते हुए राजद और लोजपा के बीच गठजोड़ हुआ और यह तय किया गया कि राजद 168 सीटों पर और लोजपा 75 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करेगी।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। क्योंकि वह पहले ही विधान परिषद के सदस्य हैं। राजद-लोजपा गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार लालू प्रसाद भी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। कांग्रेस ने किसी को मुख्यमंत्री के रूप में पेश नहीं किया है। बहरहाल, विभिन्न खेमों में उम्मीदवार के चयन को लेकर जोरदार गतिविधियां चल रही हैं। हाल ही में चुनाव तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्य के दौरे पर गए मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराने की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया था।

नीतीश शासनकाल में अंतरराज्यीय प्रतिनियुक्ति पर बिहार बुलाए गए भारतीय प्रशासनिक सेवा [आईएएस] और भारतीय पुलिस सेवा [आईपीएस] अधिकारियों को 'फील्ड पोस्टिंग' से हटाने की विपक्षी दलों की मांग के बीच चुनाव आयोग ने साफ किया है कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ मिली शिकायतें सही पाए जाने पर ही उन्हें हटाया जाएगा। बिहार के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुमार अंशुमाली ने बताया कि अंतरराज्यीय प्रतिनियुक्ति पर आए, जो प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी जिलों या प्रमंडलों में पदस्थापित हैं, उन्हें तभी हटाया जाएगा जब उनके खिलाफ मिली शिकायत को सही पाया जाएगा।

गौरतलब है कि राज्य के विपक्षी दल आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नीतीश शासनकाल में दूसरे राज्यों से बुलाए गए नौकरशाहों को 'फील्ड पोस्टिंग' से हटाने की मांग कर रहे हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि अंतरराज्यीय प्रतिनियुक्त पर बुलाए गए आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को जिलों और प्रमंडलों में तैनात कर नीतीश सरकार उनसे अपने पक्ष में काम कराना चाहती है।

दिल्ली में चुनाव आयोग के सूत्रों ने भी कुमार अंशुमाली के बयान की यह कह कर पुष्टि की 'भारत निर्वाचन आयोग का स्पष्ट मत है कि अंतरराज्यीय प्रतिनियुक्ति पर बिहार के जिलों और प्रमंडलों में तैनात अधिकारियों को उनके खिलाफ किसी तरह की शिकायत सही पाए जाने पर ही हटाया जाएगा।

बीते मंगलवार को बिहार में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने भी कहा था कि इन अधिकारियों को हटाया तो नहीं जाएगा, लेकिन उन पर आयोग की 'पैनी नजर' जरूर रहेगी। फिलहाल बिहार में चार आईपीएस अधिकारी ऐसे हैं जो दूसरे कैडर है, लेकिन नीतीश सरकार उन्हें अंतरराज्यीय प्रतिनियुक्ति पर बिहार लेकर आई है। इनमें तीन पुलिस उप-महानिरीक्षक [डीआईजी] जबकि एक पुलिस अधीक्षक [एसपी] स्तर के अधिकारी हैं।

विपक्षी दल जिन अधिकारियों को हटाने की मांग कर रहे हैं, उनमें बेतिया रेंज के डीआईजी उमेश कुमार सबसे ऊपर हैं। कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी उमेश भाजपा के वरिष्ठ नेता गंगा प्रसाद के दामाद हैं।

पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान पूर्वी चंपारण के एसपी रहे उमेश पर चुनाव क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल [सीआरपीएफ] की तैनाती नहीं करने का आरोप लगाया गया था। सिक्किम कैडर के विनीत विनायक और झारखंड कैडर के पंकज दाराद 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। विनीत अभी सेंट्रल रेंज, जबकि पंकज मुजफ्फरपुर रेंज के डीआईजी हैं। नगालैंड कैडर के एक आईपीएस अधिकारी अभी जमालपुर में रेल एसपी के पद पर तैनात हैं। इसी तरह, नगालैंड कैडर के 2000 बैच के आईएएस अधिकारी अभिजीत सिन्हा मुंगेर के जिलाधिकारी हैं, जबकि त्रिपुरा कैडर के 1995 बैच के आईएएस जितेंद्र कुमार सिन्हा अभी पटना के जिलाधिकारी हैं। असम कैडर के 1996 बैच के आईएएस अधिकारी विनोद कुमार अररिया के जिलाधिकारी पद पर हैं। वैशाली के जिलाधिकारी मिन्हाज आलम केरल कैडर, जबकि गया के जिलाधिकारी उड़ीसा कैडर के आईएएस हैं। तमिलनाडु कैडर के आईएएस देव राज देव अभी पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी पद पर हैं।

बुधवार, 22 सितंबर 2010

चुनाव की तारीखों में परिवर्तन नहीं: कुरैशी

छठ पर्व और बाढ़ के बावजूद बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों में कोई परिवर्तन नहीं होगा। चुनावी तैयारी की समीक्षा के लिए तीन दिवसीय दौरे पर आए मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने कहा कि पांचवें चरण का मतदान नौ नवंबर को दीपावली और छठ के बीच है। यह तारीख अच्छी तरह विचार करके तय की गई है। इसमें परिवर्तन की आवश्यकता नहीं है। गोपालगंज और करीबी इलाकों में बाढ़ से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि चार-पांच दिनों में बाढ़ का पानी उतर जाता है, तो ठीक अन्यथा जरूरी हुआ तो बूथों का लोकेशन बदला जाएगा या मोबाइल बूथ के इंतजाम किये जाएंगे। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। जरूरत पड़ी तो मतदान की तारीख में परिवर्तन से परहेज नहीं। मंगलवार को दिल्ली रवाना होने से पूर्व कुरैशी ने कहा कि चुनाव को लेकर हमारी तैयारी पूरी है। कड़ी सुरक्षा के बीच चुनाव कराए जाएंगे। फोर्स की कमी नहीं है। नक्सल प्रभावित इलाकों में भी सुरक्षित मतदान की मुकम्मल व्यवस्था है। मतदान को प्रभावित करने वाले दबंगों की पहचान के लिए हर बूथ का नक्शा बनाया गया है। लोगों को डराने-धमकाने वालों पर कड़ी नजर रहेगी।

रविवार, 19 सितंबर 2010

हाई कोर्ट अब साढ़े दस बजे खुलेगा

पटना उच्च न्यायालय अब पुराने समय पर ही चलेगा। पुरानी समय सारणी के अनुसार हाईकोर्ट की न्यायिक कार्यवाही 10.30 बजे से शुरू होगी। 1.30 बजे भोजनावकाश होगा। 45 मिनट के भोजनावकाश के बाद 2.15 से दूसरे सत्र के लिए कोर्ट बैठेगा। जो 4.15 बजे तक चलेगा। वकील संगठनों के आग्रह पर पटना हाईकोर्ट की स्टैंडिंग कमेटी ने सर्वसम्मति से अदालत की कार्यावधि में परिवर्तन कर दिया है। अधिसूचना जारी होते ही नयी व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। मालूम हो कि इन दिनों 10.15 से कोर्ट का कार्य शुरू होता है और यह 4.30 बजे तक चलता है।

बिहार में करंट से सात की मौत

सारण जिले के दरियापुर थाना क्षेत्र के मानपुर लोहा टोली में शनिवार की देर शाम 11 हजार वोल्ट का बिजली का तार गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो बच्चियां व पांच पुरुष शामिल हैं। जबकि दो दर्जन से अधिक लोग झुलस गए। जिन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।

ये लोग विश्वकर्मा पूजा के बाद विसर्जन के लिए पंडाल से मूर्ति बाहर निकाल रहे थे। इसी समय आई तेज आंधी से 11 हजार वोल्ट का बिजली का तार टूटकर गिर गया। जिससे सात लोगों की झुलसने से तत्काल ही मौत हो गई।

मंगलवार, 7 सितंबर 2010

बिहार विधानसभा चुनाव में चरणवार निर्वाचन क्षेत्रों के नाम

छह चरणों में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में चरणवार निर्वाचन क्षेत्रों के नाम इस प्रकार है-

21 अक्टूबर को पहले चरण में कुल 47 सीट: (1) हरलखी, (2) बेनीपट्टी, (3) खजौली, (4) बाबुबरही, (5) बिस्फी, (6) मधुबनी, (7) राजनगर (अनुसूचित जाति), (8) झंझारपुर, (9) फुलपरास, (10) लौकहा, (11) निरमली, (12) पिपरा, (13) सुपौल, (14) त्रिवेणीगंज (अनुसूचित जाति), (15), छातापुर, (16) नरपटगंज, (17) रानीगंज (अनुसूचित जाति), (18) फारबिसगंज, (19) अररिया, (20) जोकीहाट, (21) सिकटी, (22) बहादुरगंज, (23) ठाकुरगंज, (24) किशनगंज, (25) कोचाधमन, (26) अमौर, (27) बैसी, (28) कासबा, (29) बनमनखी (अनुसूचित जाति), (30) रूपौली, (31) धमदाहा, (32) पूर्णिया, (33) कटिहार, (34) कदवा, (35) बलरामपुर, (36), प्राणपुर, (37) मनीहारी (अनुसूचित जनजाति), (38) बरारी, (39) कोरहा (अनुसूचित जाति), (40) आलमनगर, (41) बिहारीगंज, (42) सिंहेश्वर (अनुसूचित जाति), (43) मधेपुरा, (44) सोनबरसा (अनुसूचित जाति), (45) सहरसा, (46) सिमरी बख्तियारपुर, (47) महिसी.

24 अक्टूबर को दूसरे चरण में 45 सीट: (1) शिवहर, (2) रीगा, (3) बथनाहा (अनुसूचित जाति), (4) परिहार, (5) सुरसंड, (6) बजपट्टी, (7) सीतामढी, (8) रून्नीसैदपुर, (9) बेलसंड, (10) कुशेश्वर स्थान (अनुसूचित जाति), (11) गौरा बौराम, (12), बेनीपुर, (13) अलीनगर, (14) दरभंगा ग्रामीण, (15) दरभंगा, (16) हयाघाट, (17) बहादुरपुर, (18) किओटी, (19) जाले, (20) गायघाट, (21) औराई, (22) बोचहां (अनुसूचित जाति), (23) सकरा (अनुसूचित जाति), (24) कुढनी, (25) मुजफ्फरपुर, (26) कांटी, (27) बरूराज, (28) कल्याणपुर (अनुसूचित जाति), (29) वारिसनगर, (30) समस्तीपुर, (31) उजियारपुर, (32) मोरवा, (33) सराईरंजन, (34) मोइउद्दीननगर, (35) विभूतिपुर, (36) रोसड़ा (अनुसूचित जाति), (37) हसनपुर, (38) नरकटिया, (39) पिपरा, (40) मधुबन, (41) चिड़ैया, (42) ढाका, (43) मीनापुर, (44) पारू, (45) साहबगंज।

28 अक्टूबर को तीसरे चरण में 48 विधानसभा क्षेत्र: (1) नरकटियागंज, (2) बाघा, (3) लौरिया, (4) नौटन, (5) चनपटिया, (6) बेतिया, (7) सिकटा, (8) रक्सौल, (9) सुगौली, (10) हरसिद्धी (अनुसूचित जाति), (11) गोविंदगंज, (12) केसरिया, (13) कल्याणपुर, (14) मोतिहारी, (15) बैकुंठपुर, (16) बरौली, (17) गोपालगंज, (18) कुचईकोट, (19) भोरे (अनुसूचित जाति), (20) हथुआ, (21) सिवान, (22) जीरादेई, (23) दरौली (अनुसूचित जाति), (24) रघुनाथपुर, (25) दरौंधा, (26) बरहरिया, (27) गोरियाकोठी, (28) महाराजगंज, (29) एकमा, (30) मांझी, (31) बनियापुर, (32) तरैया, (33) मरहौरा, (34) छपरा, (35) गरखा (अनुसूचित जाति), (36) अमनौर, (37) परसा, (38) सोनपुर, (39) हाजीपुर, (40) लालगंज, (41) वैशाली, (42) महुआ, (43) राजा पाकड़ (अनुसूचित जाति), (44) महनार, (45) बाल्मिकीनगर, (46) रामनगर (अनुसूचित जाति), (47) राघोपुर, (48) पातेपुर (अनुसूचित जाति).
1 नवंबर को चौथे चरण में 42 विधानसभा क्षेत्र: (1) चेरिया बरियारपुर, (2) बछवाड़ा, (3) तेघरा, (4) मतिहनी, (5) साहेबपुर कमल, (6) बेगुसराय, (7) बखरी (अनुसूचित जाति), (8) खगड़िया, (9) बेल्दौर, (10) परबत्ता , (11) लखीसराय, (12) मुंगेर, (13) बिहपुर , (14) गोपालपुर, (15) पीरपैंती (अनुसूचित जाति), (16) कहलगाव, (17) भागलपुर, (18) सुल्तानगंज, (19) नाथनगर, (20) मोकामा, (21) बाढ़, (22) बख्तियारपुर, (23) दीघा, (24) बांकीपुर, (25) कुम्हरार, (26) पटना साहिब, (27) फतुहा, (28) दानापुर, (29) मनेर, (30) अमरपुर, (31) घौरैया (अनुसूचित जाति), (32) बांका, (33) अलौली (अनुसूचित जाति), (34) सूर्यगढा, (35) तारापुर, (36) जमालपुर, (37) कटोरिया (अनुसूचित जनजाति), (38) बेल्हर, (39) सिंकदरा (अनुसूचित जाति), (40) जमूई, (41) झाझा, (42) चकाई।

9 नवंबर को पांचवे चरण में 35 विधानसभा सीट: (1) संदेश, (2) बरहरा, (3) आरा, (4) अगिआव (अनुसूचित जाति), (5) तरारी, (6) जगदीशपुर, (7) शाहपुर, (8) हिसुआ, (9) नवादा, (10) वारसलीगंज, (11) गया शहर, (12) बेलागंज, (13) अटरी, (14) वजीरगंज, (15) शेखपुरा, (16) बरबीघा, (17) आस्थावान, (18) बिहारशरीफ, (19) राजगीर (अनुसूचित जाति), (20) इस्लामपुर, (21) हिलसा, (22) नालंदा, (23) हरनौत, (24) रजौली (अनुसूचित जाति), (25) गोविंदपुर, (26) अरवाल, (27) कुरठा, (28) जहानाबाद, (29) घोसी, (30) मखदुमपुर (अनुसूचित जाति), (31) बोध गया (अनुसूचित जाति), (32) फुलवारी (अनुसूचित जाति), (33) मसौढी (अनुसूचित जाति), (34) पालीगंज, (35) विक्रम.

20 नवंबर को छठे चरण में 26 विधानसभा क्षेत्र: (1) ब्रह्मपुर, (2) बक्सर, (3) डूमरांव, (4) राजपुर (अनुसूचित जाति), (5) रामगढ़, (6) मोहनिया (अनुसूचित जाति), (7) करगहार, (8) नोखा, (9) ओबरा, (10) औरंगाबाद, (11) भभूआ, (12) चैनपुर, (13) चेनारी (अनुसूचित जाति), (14) सासाराम, (15) दीनारा, (16) देहरी, (17) काराकाट, (18) गोह, (19) नबीनगर, (20) कुतुंबा (अनुसूचित जाति), (21) रफीगंज, (22) गुरूआ, (23) शेरघाटी, (24) इमामगंज (अनुसूचित जाति), (25) बाराचट्टी (अनुसूचित जाति), (26) टिकरी.